राजगढ़ में दलित युवती की शादी में दबंगो ने मचाया कहर, पुलिस की मौजूदगी में भी नहीं निकल सकी बारात
राजगढ़ में दलित लड़की की शादी में दबंगो ने कहर बरपाया है. जहां पर बारात को गांव मे आने से रोका. इसके अलावा पुलिस पर भी पथराव किया.
दरअसल, ये मामला राजगढ़ जिले के जीरापुर थाना क्षेत्र के गांव पिपलिया कलां का है. जहां पर अनीता मेघवाल, पिता बिरमसिंह की शादी बीती रविवार रात होनी थी. वहीं, हीं राजगढ़ के पाटन खुर्द गांव से राहुल पिता कंवरलाल मेघवाल की बारात डीजे के साथ बनठन कर आई थी. डीजे आने की सूचना पर ग्रामीण दबंगो ने बारात में डीजे की मना कर दिया. इस बात पर दलित दूल्हे के परिजनों ने पुलिस को दबंगो के खिलाफ एक आवेदन दे दिया.
दबंगों ने दलित लड़की के परिजनों पर बरपाया कहर
इस दौरान ग्रामीण दबंगों को आवेदन की जानकारी लगने के बाद दबंगो का कहर दलित लड़की के परिजनों पर टूट पड़ा.जिस खेत मे टेंट लगाया गया था. वहां पर दबंगो ने बारात आने के पहले ही टेंट उखाड़ दिया. साथ ही गांव मे दलित बस्ती की बिजली काट दी. इसके अलावा गांव मे बारात न आने के लिए धमकी दी गई. जिसको लेकर बारात को छापीहेड़ा में रुकना पड़ा. ऐसे में दबंगो के हंगामे की सूचना पर पुलिस पहुची तो गांव के दबंगो के पुलिस पर पथराव कर दिया और गांव में नही घुसने दिया.
इलाके में भारी पुलिस बल तैनात
ऐसे में जिला प्रशासन ने रात में दलित बस्ती की बिजली चालू करवाई और दोबारा बल लेकर पुलिस पहुंची. जिसके बाद भीड़ को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले दागे. तब तक राजगढ़ पुलिस की सूचना पहुंचने पर 4 थानों की फोर्स के साथ ही पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा और कलेक्टर हर्ष दीक्षित मौके पर पहुंचे. तब कहीं जाकर छापीहेड़ा में रुकी हुई बारात व दूल्हे को पुलिस अपने साथ बैठाकर गांव में लेकर आई. लेकिन हंगामे को देख ,आधे बराती गाँव मे आने से पहले चले गए. इस दौरान पूरा गांव छावनी में तब्दील हो गया.
देर रात निकाला गया डीजे के साथ दलित बस्ती में दूल्हे का जुलूस
बता दें कि आधी रात को घोड़ी और डीजे के साथ दलित बस्ती में दूल्हे का थोड़े जुलूस निकाला गया. जिसमें भारी पुलिसबल तैनात रहा. इसमें खास बात यह रही कि भारी पुलिस बल के बाबजूद भी गांव के अंदर दूल्हे की बारात का जुलूस नही जा पाया . इस दौरान गांव के एक स्कूल में दूल्हे के साथ चंद मेहमानों को खाना खिलाया गया. फिर लड़की के घर सात फेरों की रस्म अदा करवाकर बारात विदा की गई.
CM शिवराज ने खाए थे दलित महिला के हाथ से बेर
गौरतलब है कि पिपलिया कलां गांव तब सुर्खियों में आया था. जब बीते नवंबर महीने में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने यहां से कांग्रेस की जनजागरण पदयात्रा की शुरुआत करवाई थी. उसी गांव में 29 जनवरी 2022 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने जिले की वृहद नलजल योजना की शुरुआत की थी. तब एक दलित महिला के हाथों से बेर खाए थे. इसके साथ ही बोला था कि यह शबरी के बेर है.
सौजन्य : Tv9hindi
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