मैं दलित हूं, इसलिए मेरे साथ अन्याय हुआ : MLC नामांकन खारिज होने पर फूट- फूटकर रोई महिला प्रत्याशी
मेरठ-गाजियाबाद सीट से एमएलसी का चुनाव लड़ने के लिए नामांकन करने वाली महिला प्रत्याशी पूनम सिंह नामांकन कैंसिल होने पर फूट-फूटकर रोई। मेरठ कलेक्ट्रेट में जब महिला को पर्चा निरस्त होने की जानकारी मिली तो महिला वहीं रोने लगी। महिला ने कहा कि मैं दलित हूं इसलिए मेरे साथ ये अन्याय हुआ है। महिला अफसरों, मीडिया के सामने रोने लगी।
छोटे बच्चों को अकेला घर पर छोड़कर मैंने नामांकन किया
धौलाना की रहने वाली पूनम सिंह ने मेरठ गाजियाबाद एमएलसी सीट के लिए 21 मार्च को नामांकन कराया था। मंगलवार को पर्चा निरस्तीकरण के दिन महिला को कलेक्ट्रेट में बुलाया गया। जहां उसे बताया गया कि उसने पर्चे में गलत सूचनाएं भरी हैं, इसके कारण पर्चा खारिज किया जाता है।
यह सुनते ही पूनम जोर जोर से रोने लगी। पूनम ने कहा कि मैंने किस तरह से अपना नामांकन किया है मैं जानती हूं। अपने जरा जरा से बच्चे 14 साल के बच्चे और 17 साल के बेटे को घर पर अकेला छोड़कर मैं यहां नामांकन कराने आई हूं। लेकिन प्रशासन को मेरी जरा भी परवाह नहीं हैं।
मैं दलित हूं, महिला हूं इसलिए भेदभाव करते हैं
महिला ने रोते हुए बताया कि मैं दलित समाज से हूं, महिला हूं इसलिए मेरे साथ अन्याय हो रहा है। उसने आगे कहा कहते हैं महिलाओं का सम्मान करो लेकिन महिलाओं के साथ ऐसा दुर्व्यवहार होता है। मैं दलित हूं, जाटव समाज से हूं इसलिए मेरे साथ ये अन्याय किया जा रहा है। इतना बड़ा अन्याय किया जा रहा है। इतना उत्पीड़न महिलाओं का हो रहा है, ऐसे में दूसरी महिलाएं कैसे बाहर आएंगी।
नामांकन के दिन बैग भी चोरी हुआ
महिला ने रोते हुए कहा किस तरह से टिकट भरा है मैं जानती हूं, एक बार मेरा बैग चोरी हो गया और दूसरी बार आई फिर पर्चा भरा और इन्होंने मेरा पर्चा कैंसिल कर दिया। एक ही बात को बार बार बोला जा रहा है। महिला का कहना है कि उसने सारी सूचना अफसरों से पूछकर भरी थी इसके बावजूद उसके पर्चे को गलत बताया गया है।
सौजन्य : Dainik bhaskar
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