श्रीनगर सीट पर दो महिलाओं में थी टक्कर, बीजेपी की मंजू त्यागी ने मारी बाजी
लखीमपुर खीरी. श्रीनगर में इस बार भी शुरुआती रुझानों में बीजेपी आगे चल रही थी. इस सुरक्षित विधानसभा सीट पर, वैसे तो दशकों से सपा और बसपा का पलड़ा ही भारी रहा है. लेकिन 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने सभी सियासी समीकरण को दरकिनार कर पहली बार जीत दर्ज की थी. वहीं इस बार भी बीजेपी के टिकट पर यहां से मौजूदा विधायक मंजू त्यागी को खड़ा किया गया और उन्होंने उम्मीदों को पूरा किया. मंजू ने 2017 में समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार रहीं मीरा बानो को हरा दिया. हालांकि मीरा बानो ने इस बार सपा की जगह बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा.
नतीजों की बात करें तो मंजू त्यागी को 108081 वोट मिले. वहीं बसपा से खड़ी मीरा बानो को 23009 वोट मिले. इनसे ज्यादा वोट समाजवादी पार्टी के रामशरण को 90063 मिले. वहीं कांग्रेस की चांदनी को 2126 वोट मिले.
2008 के परिसीमन के बाद यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हो गई. इससे पहले सामान्य थी. श्रीनगर सुरक्षित सीट से 2012 में सपा के रामशरण जीते थे. इस बार समाजवादी पार्टी ने राम शरण (SP Ram Sharan) और कांग्रेस ने चांदनी को मौका दिया है. इस सीट के शुरुआती रुझान सामने आने लगे हैं. नतीजे जानने के लिए हमारे साथ लाइव जुड़े रहें.
श्रीनगर विधानसभा सीट पर पहला चुनाव 1957 में हुआ था. तब प्रजा सोशलिस्ट पार्टी ने परचम फहराया था. 1962 में यह सीट सोशलिस्ट पार्टी के कब्जे में रही. अगले दो चुनावों में यह सीट अस्तित्व में नहीं रही. 1974 और 77 में जनसंघ और जनता पार्टी से बृजराज सिंह ने जीत दर्ज की. इसके बाद 1980 से लेकर 1991 तक के चुनाव में यहां से कांग्रेस जीतती रही. धीरेंद्र बहादुर सिंह ने 1993 में कांग्रेस की जीत के सिलसिले को तोड़ते हुए यहां से समाजवादी पार्टी का परचम फहराया. 1996 और 2002 में बसपा से माया प्रसाद विधायक चुने गए. 2007 और 2012 में सपा यहां से जीती.
2017 विधानसभा चुनाव का परिणाम
2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी मंजू त्यागी को 1,12,941 वोट मिले थे. 58002 वोट लेकर सपा की मीरा बानो दूसरे स्थान पर थीं. 3.08 लाख वोटरों वाली श्रीनगर विधानसभा सीट पर अनुसूचित जाति के वोटर करीब 61 हजार हैं. मौर्य 35 हजार, मुस्लिम और यादव वोटर लगभग 33-33 हजार है. यानी इस सीट पर दलित वोटरों की भूमिका निर्णायक है.
सौजन्य : News18
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