राजेंद्र गुढ़ा के पहले प्यार के बयान पर पलटवार, ‘खुद को दलित हितैषी प्रमाणित करने के लिए कर रहे बयानबाजी’
उदयपुरवती : गत दिनों सिंगनौर में आयोजित कार्यक्रम में मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने मेघवाल को समाज को अपना पहला प्यार बताते हुए कहा था कि मुझे मेघवाल समाज की सर्वाधिक चिंता है लेकिन अब इसका विरोध भी शुरू हो गया है.
छापोली में एससी एसटी समाज द्वारा गठित जन जागृति मंच की बैठक में इस बात पर गुस्सा व्यक्त किया गया कि राजेंद्र गुढ़ा ने यह बयान केवल समाज को खुश करने के लिए दिया. बल्कि ऐसा है नहीं. वक्ताओं ने कहा कि जब प्रधान, चेयरमैन या फिर अन्य कुर्सी पर बैठाने की बात आती है तो राजेंद्र गुढ़ा को मेघवाल समाज याद नहीं आता. विडंबना है कि सर्वाधिक दलित अत्याचार उदयपुरवाटी क्षेत्र में बढ़े हैं. दलितों पर हो रहे मामलों की एफआईआर पर सर्वाधिक एफआर इस क्षेत्र में लगी है और गुढ़ा खुद को दलित हितैषी प्रमाणित करने के लिए बयानबाजी कर रहे हैं.
लगातार हो रही सामाजिक जन जागृति मंच की बैठकें
बता दें कि उदयपुरवाटी क्षेत्र में जन जागृति मंच का गठन किया गया है. सामाजिक जन जागृति मंच की बैठकें लगातार उदयपुरवाटी में लगातार हो रही हैं. इस मंच का उद्देश्य है कि एससी-एसटी समुदाय कुरीतियां और अंधविश्वास को छोड़ दें तथा सामाजिक, आर्थिक राजनैतिक रूप से समुदाय को मजबूत बनाने पर जोर दिया गया तथा एससी-एसटी समुदाय पर हो रहे अत्याचारों पर समाज को एकजुट होकर विरोध करना होगा.
मंच की बैठक में मौजूद रहे ये लोग
मंच की बैठक के मुख्य अतिथि शिवनाथ नायब तहसीलदार, विशिष्ट अतिथि डॉ. बीएस मीना, अध्यक्षता कैलाशचंद चांवरिया थे तथा मुख्य वक्ताओं में ख्यालीराम टोडी थे तथा वक्ताओं में हंसराज कबीर एडवोकेट, रोहिताश टीटनवाड़, रोहिताश भोड़की, राजीव गौरा, सुरेश खारड़िया, पवनदेवी पूर्व सरपंच, राजेंद्र शेरावत पौंख, विनोद असवाल एससी-एसटी संयुक्त मोर्चा, राकेश मीना छापोली, उदयपुरवाटी एचपी गैस एजेंसी के प्रबंधक रामप्रताप पुलकित, लोकेश राठी, विकास कनवा, जितेंद्र राठी, प्रभुदयाल, केशरदेव मीना और दारासिंह थे.
मेघवाल समाज मेरा पहला प्यार
इस अवसर पर एक स्वर में मांग उठी की एससी-एसटी का हमारे तीन जिलों में नेतृत्व नहीं है. हमारे समाज पर अत्याचार किया जा रहा है और सभी मामलों में अंतिम रिपोर्ट (एफआर) दी जा रही है. अत्याचार भी हमारे समाज के ऊपर होता है और पुलिस प्रशासन हमारे को ही आरोपी बना रही है. पिछले दिनों क्षेत्रीय विधायक ने जो मेघवाल समाज के प्रति बयान दिया था कि मेघवाल समाज मेरा पहला प्यार है पर भी बैठक में कड़ी भर्त्सना की गई. गुढ़ागौड़जी थाने में जितनी भी एफआईआर दर्ज हुई हैं, लगभग में एफआर पुलिस ने पेश की है.
पुलिस के कई आला अधिकारी जातीय मानसिकता से हैं ग्रस्त
पुलिस के कई आला अधिकारी जातीय मानसिकता से ग्रस्त हैं तथा राजनीतिक दबाव भी एफआर दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. राजस्थान भर से एससी-एसटी, महिलाओं पर अत्याचार काफ़ी अत्याचार हो रहे हैं सरकार को सोचना चाहिए व पुलिस प्रशासन को सख्त हिदायत देनी चाहिए. मंच के एडवोकेट हंसराज कबीर ने बताया कि एससी-एसटी समुदाय पर होने पर एक विधिक सेल का गठन किया गया है तथा जिस भी अत्याचार पीड़ित व्यक्ति को आवश्यकता है. वे संपर्क कर सकते हैं. उनको उचित कानूनी जानकारी दी जाएगी. अत्याचार के मामले में पीड़ित परिवार की विधिक सहायता की जाएगी.
ये लोग रहे मौजूद
इस अवसर पर किशोर, नाथू, सुरेश, नेहरू वाल्मीकि, मीना पालीवाल, पूजा, सुषमा, कोयली, बुगली, संतोष, शारदा, प्रियंका, शर्मिष्ठा, निकिता तथा काफी संख्या में महिला पुरुष उपस्थित थे. मंच की बैठक का समापन आयोजन समिति के सदस्य विजेंद्र भीमप्रेमी ने धन्यवाद ज्ञापित किया तथा समाज की एकजुटता के लिए हम सभी को काम करना चाहिए.
सौजन्य : Zee news
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