दलित परिवार पर कहर ढाने वालों पर एफआईआर
मौदहा।कोतवाली क्षेत्र के अरतरा गांव में तीन माह पूर्व एक दलित को सरकारी हैंडपंप से पानी भरने से रोकने और विरोध करने पर उसे व उसकी बेटी से मारपीट करने वाले एक ही परिवार के चार सदस्यों के खिलाफ शुक्रवार को कोतवाली पुलिस ने दलित उत्पीड़न सहित कई जघन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है। इस घटना में गांव प्रधान भी बराबर का सहयोग रहा है, लेकिन अभी उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
बीती 16 अक्टूबर को गांव की एक दलित महिला सरकारी हैंडपंप में पानी भरने गई थी, तभी गांव निवासी कामता प्रसाद प्रजापति ने उसके बर्तन हैंडपंप से फेंक दिए थे और गाली-गलौज करना शुरू कर दिया। महिला ने विरोध किया, लेकिन गांव के लोगों ने समझा-बुझाकर मामला सुलटा दिया था। इसी के बाद 16 अक्टूबर को पुन: हैंडपंप से पानी भरते समय योजनाबद्ध तरीके से कामता व उसकी पत्नी, पुत्री तथा पुत्र मौके पर आ गए और बर्तन फेंक दिए। विरोध करने पर गाली गलौज करते हुए उसके साथ मारपीट करने लगे। यहां तक उसकी पुत्री बचाने आई तो उसकों मारा पीटा।
आरोप है कि घटना के बाद कोतवाली पुलिस ने डॉक्टरी परीक्षण नहीं होने दिया। पूरे मामले में प्रधान भी सहयोगी रहा। मजबूर होकर जब पुलिस ने उनकी तहरीर नहीं लिखी तब पीड़ित परिवार ने पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाई। चुनावी माहौल के चलते उस समय कोई कार्रवाई नहीं की गई। शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक के आदेश पर स्थानीय कोतवाली पुलिस ने एक ही परिवार के चार सदस्यों के खिलाफ मारपीट के साथ ही दलित उत्पीड़न की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली है। आरोपियों की तलाश की जा रही है। बता दें कि इस मामले में ग्राम प्रधान की भी भूमिका रही है, लेकिन अभी तक उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
सौजन्य : Live hindustan
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