कानपुर में बच्चे को अगवा कर आंख में कील ठोंकी, सिगरेट से जलाया; फिर गला दबाकर मारा
कानपुर में मंगलवार को 10 साल के मासूम दलित बच्चे से दरिंदगी की इंतहा पार कर दी गई। नर्वल के सकट बेहटा गांव में घर से खेलने निकले मासूम को पहले अगवा किया गया। इसके बाद उसके साथ ऐसी हैवानियत को अंजाम दिया गया, जिससे दिल्ली का निर्भया कांड याद आ गया। हैवानों ने मासूम की गला घोंटकर हत्या करने से पहले उसकी आंख में 5 इंच की कील ठोंक दी और गुदाद्वार में डंडा डाल दिया। घटना के कारण गांव में जातीय तनाव का माहौल बन गया है।
पुलिस ने 6 संदिग्धों को हिरासत में लिया
बच्चे का शव की हालत देखकर गांव में लोग भी कहते दिखाई दिए कि इस बच्चे के साथ की गई दरिंदगी देखकर निर्भया कांड याद आ गया है। उधर, 24 घंटे बीतने के बाद भी पुलिस अभी तक मामले का खुलासा नहीं कर सकी है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, इस घटना में 6 संदिग्धों को हिरासत में लेकर जांच-पड़ताल की जा रही है। एसपी आउटर अजीत कुमार सिन्हा का दावा है कि जल्द ही हत्याकांड का खुलासा करेंगे। आज दोपहर बाद डॉक्टरों का पैनल बच्चे का पोस्टमॉर्टम करेगा।
मासूम के साथ जानवरों से भी बदतर दरिंदगी
राज मिस्त्री महेंद्र कोरी का 10 साल का बेटा 5वीं कक्षा में पढ़ रहा था। मासूम बच्चा सोमवार दोपहर को घर से बाहर टायर लेकर खेलने निकला था। इसके बाद अचानक लापता हो गया। मंगलवार दोपहर को घर से 400 मीटर दूर गांव के ही रामेंद्र मिश्रा के सरसों के खेत में उसका नग्न अवस्था में शव पड़ा मिला।
सूचना मिलते ही नर्वल पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर जांच करने पहुंची। एक्सपर्ट ने बताया कि बच्चे की आंख से करीब 5 इंच लंबी कील मिली है। पूरे चेहरे को सिगरेट से दागा गया है। इतना ही नहीं, उसके गुदाद्वार में डंडा भी डाला गया है। शव के पास पड़े मिले डंडे में मल और खून लगा हुआ था। इसके साथ ही पूरे शरीर पर चोट और खरोंच के निशान हैं।
हैवानियत या तंत्र-मंत्र में हत्या
पुलिस की अब तक की जांच में सामने आया है कि बच्चे की हत्या तंत्र मंत्र या फिर कुकर्म करने के बाद हत्या की गई है। उसके शरीर पर मिले जख्म हैवानियत और तंत्र-मंत्र की ओर इशारा कर रहे हैं। परिजनों ने गांव में किसी से भी रंजिश होने की बात से इनकार किया है।
जांच में चार टीमों को लगाया
एसपी आउटर अजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि जांच में चार टीमों को लगाया गया है। थाना प्रभारी के साथ ही सर्विलांस, क्राइम ब्रांच समेत चार टीम अलग-अलग एंगल पर जांच करके हत्याकांड का खुलासा करने का प्रयास कर रही हैं। इसके साथ ही सीओ सदर ऋषि केश यादव की निगरानी में खुलासे का प्रयास किया जा रहा है। इससे कि जल्द से जल्द हत्याकांड का खुलासा हो सके।
सौजन्य : Dainik bhaskar
नोट : यह समाचार मूलरूप से bhaskar.com में प्रकाशित हुआ है. मानवाधिकारों के प्रति संवेदनशीलता व जागरूकता के उद्देश्य से प्रकाशित किया गया है !