चंद्रशेखर आजाद ने सीएम योगी के खिलाफ ठोकी ताल, गोरखपुर से भरा नामांकन
गोरखपुर. गोरखपुर सदर विधानसभा सीट से आजाद समाज पार्टी के प्रत्याशी चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण ने नामांकन दाखिल कर दिया. गोरखपुर शहर से इस बार सीएम योगी आदित्यनाथ मैदान में हैं. समाजवादी पार्टी ने यहां सुभावती शुक्ला को मैदान में उतारा है जो भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे उपेंद्र दत्त शुक्ला की पत्नी हैं. चंद्रशेखर की नजर यहां के दलित वोटरों पर है.
चंद्रशेखर आजाद दलितों के अधिकारों के नाम सक्रिय राजनीति में उतरे हैं. यूपी में वह मायावती से अलहदा रहकर अपनी राजनीतिक जमीन खोज रहे हैं. उन्होंने सीएम योगी के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान किया था. इसी घोषणा के बाद उन्होंने गोरखपुर पहुंचकर नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है. चंद्रशेखर ने वर्ष 2015 में भीम आर्मी भारत एकता मिशन का गठन किया गया था, जिसके वह संस्थापक हैं. मई 2017 में जब शब्बीरपुर गांव में जातीय हिंसा हुई तो भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन कर जेल जाकर सुर्खियां बटोरीं थीं.
जेल से रिहा होने के बाद चंद्रशेखर ने मिशन जारी रखा. हाथरस की बिटिया से दरिंदगी के मामले से लेकर राजस्थान और हरियाणा में हुई घटनाओं के विरोध प्रदर्शन में भी चंद्रशेखर रावण एक्टिव रहे. वह सोशल मीडिया पर भी खासे सक्रिय रहते हैं. चंद्रशेखर आजाद ने आजाद समाज पार्टी का गठन एक साल पूर्व ही किया. इसके बाद यूपी की विभिन्न सीटों पर हुए उपचुनाव के दौरान बुलंदशहर सीट से अपना प्रत्याशी भी उतारा था. अब विधानसभा चुनाव में भी प्रत्याशी उतार रहे हैं.
भाजपा का गढ़ है गोरखपुर
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का गोरखपुर सीट पर गहरा प्रभाव है. यह सीट पिछले 33 वर्षों से भाजपा के पास है. 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा व कांग्रेस का गठबंधन हुआ था. दोनों दलों ने मिलकर राहुल राणा सिंह को संयुक्त प्रत्याशी बनाया था, लेकिन वह भाजपा को नहीं हरा सके. भाजपा प्रत्याशी को 1,22,221 वोट मिले, जबकि सपा-कांग्रेस के प्रत्याशी 61,491 वोटों पर सिमट गए.
सौजन्य : Hindi news18
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