‘लड़कियों को झाड़ियों में खींचकर ले जाते हैं’! इस पोस्ट के बाद साथी प्रोफेसर ने रजनी मुर्मू को बताया चरित्रहीन
गोड्डा. गोड्डा कॉलेज की प्रोफेसर रजनी मुर्मू मामले में अब नया मोड़ आया है, जहां अब तक रजनी मुर्मू के खिलाफ सिर्फ विद्यार्थी ही नारेबाजी और प्रदर्शन कर रहे थे. वहीं अब एसपी कॉलेज दुमका के संथाली विभाग के प्रोफेसर निर्मल मुर्मू ने भी रजनी मुर्मू के खिलाफ फेसबुक पर पोस्ट लिखा है, जिसके बाद अब विवाद और बढ़ता जा रहा है. इस बारे में जानकारी देते हुए रजनी मुर्मू ने बताया कि सोरहाय या अन्य ऐसे पर्व जहां लड़के-लड़कियां एक साथ होते है. इस दौरान बढ़ रही अश्लील हरकतों को लेकर उन्होंने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखा था, जिसके बाद से उन्हें इस तरह का विरोध झेलना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि मैंने किसी परंपरा के खिलाफ कुछ नहीं कहा है, मैंने तो सिर्फ उन चीजों के बारे में लिखा था जो कहीं न कहीं कुरीति के रूप में विकसित होने लग है.
हालांकि, इस मामले में अभी तक उन्हें कॉलेज प्रबंधक की ओर से कुछ नहीं कहा गया है. लेकिन, कॉलेज के अन्य प्रोफेसर निर्मल मुर्मू ने उनके खिलाफ अभद्र टिपण्णी की है. रजनी मुर्मू ने बताया कि निर्मल मुर्मू ने उन्हें बदचलन तक कहा है. यही नहीं उन्होंने बताया कि प्रोफेसर निर्मल मुर्मू ने अपने पोस्ट के कई कमेंट में उन्हें डायन तक कह दिया है. जिससे वो काफी आहत हुई हैं. ।
रजनी मुर्मू का कहना है कि निर्मल मुर्मू का ये पोस्ट ये समझने के लिए काफी है कि आज भी हमारे समाज मे जब कोई लड़की खुद के लिए आवाज उठती है. समाज मे हो रही कुरूतियो के बारे में बताती है तो समाज उसके बारे में गलत समझने लगता है. उन्होंने कहा कि इस पोस्ट से वो काफी प्रताड़ित हुई हैं, जिसको लेकर आगे वो कानूनी प्रक्रिया भी कर सकती हैं.
जानिए कैसे शुरू हुआ था विवाद
झारखंड के गोड्डा कॉलेज की प्रोफेसर रजनी मुर्मू अपने फेसबुक पोस्ट के कारण सुर्खियों में आ गईं. दरअसल रजनी मुर्मू आदिवासी समाज से आती हैं और बचपन से सोहराय मनाते आ रही हैं. रजनी मुर्मू ने पिछले दिनों सोहराय के नाम पर हो रही अश्लीलता के बारे में फेसबुक पर एक पोस्ट लिखा था. रजनी मुर्मू ने लिखा था- ‘सोहराय इन दिनों अश्लील होता जा रहा हैं. जब से संथाल शहरों में बसने लगे तो यहां भी लोगों ने एक दिवसीय सोहराय मनाना आरंभ किया. खासकर के सोहराय मनाने की जिम्मेदारी सरकारी कॉलेज में पढने वाले छात्रों ने उठाई. मैंने दो बार एसपी कॉलेज दुमका का सोहराय अटेंड किया है. जहां मैं देख रही थी कि लड़के शालीनता से नृत्य करने के बजाय लड़कियों के सामने बदतमीजी से ‘सोगोय’ करते हैं.
सोगोय करते-करते लड़कियों के इतने करीब आ जाते हैं कि लड़कियों के लिए नाचना बहुत मुश्किल हो जाता है. सुनने को तो ये भी आता है कि अंधेरा हो जाने के बाद सीनियर लड़के कॉलेज में नयी आई लड़कियों को झाड़ियों की तरफ जबरदस्ती खींच कर ले जाते हैं और आयोजक मंडल इन सब बातों को नजरअंदाज कर चलते हैं’. इस पोस्ट के बाद से ही रजनी मुर्मू के खिलाफ कुछ लोगों ने अभियान चला रखा था.
‘कुछ लोग करते हैं माहौल खराब’
रजनी मुर्मू ने कहा कि मैं आदिवासी समाज से आती हूं और मैंने देखा है कि झारखंड में आदिवासी महिलाओं की स्थिति दयनीय है. इसलिए मैंने महिलाओं के लिए आवास उठाई है. सोहराय मुझे बहुत पसंद है और मैं खुद इसमें नृत्य करने के लिए जाती हूं. लेकिन, मैंने पिछली बार देखा था कि नृत्य के दौरान कुछ लड़के नशे में धुत होकर वहां आ जाते हैं और अच्छे माहौल को खराब करने की कोशिश करते हैं. इस दौरान लड़कियों को नृत्य करने में परेशानी हो रही थी. मुझे भी वहां से हटना पड़ा.
सौजन्य : Hindi news18
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