छात्र संगठन TSF ने वापस लिया 12 घंटे के त्रिपुरा बंद का फैसला, पुलिस ने दो आदिवासी छात्रों के साथ की थी मारपीट
त्रिपुरा के एक प्रमुख आदिवासी छात्र संगठन ट्विप्रा स्टूडेंट्स फेडरेशन ने छात्रों के साथ मारपीट करने वाले आरोपी ट्रैफिक कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर रविवार को 12 घंटे के त्रिपुरा बंद का आह्वान किया. हालांकि राज्य के मंत्री सुशांत चौधरी से मुलाकात के बाद छात्र संगठन (TSF) ने 12 घंटे का बंद वापस ले लिया.
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए टीएसएफ सलाहकार बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र देबबर्मा ने कहा था कि यह कथित हमला अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम 1989 का उल्लंघन है. उन्होंने कहा कि आदिवासी छात्रों का संगठन इसके विरोध में सुबह 5 बजे से शाम 5 बजे तक यानी 12 घंटे का बंद रखेगा.
उन्होंने कहा था, ‘आदिवासी छात्रों का संगठन इसके विरोध में सुबह 5 बजे से शाम 5 बजे तक यानी 12 घंटे का बंद रखेगा. बंद के दौरान दूध वैन, बिजली, शादी, एम्बुलेंस, एग्जाम ड्यूटी पर मौजूद लोग और आपातकालीन सेवाएं बंद के दायरे से बाहर रहेंगे.’ उपेंद्र देबबर्मा उत्तर पूर्व छात्र संगठन के संयुक्त सचिव भी हैं.
पुलिस पर लगा छात्रों के साथ मारपीट करने का आरोप
उन्होंने कहा, ’13 जनवरी को दो छात्रों एंजेल रियांग और अभिजीत देबबर्मा का वाहन विश्वविद्यालय से वापस लौटते समय सर्किट हाउस के पास क्षतिग्रस्त हो गया. जिसके बाद ट्रैफिक पुलिस उन्हें अपने वाहन सहित उठाकर ट्रैफिक भवन ले गई और उनकी जमकर पिटाई की. यह त्रिपुरा के छात्र समुदाय के लिए एक गंभीर मुद्दा है.’ रिपोर्ट के मुताबिक, छात्रों ने गुरुवार को सर्किट हाउस के पास मुख्यमंत्री के काफिले के सामने अपना वाहन रोक दिया, जिसकी वजह से मुख्यमंत्री की काफिले की आवाजाही में बाधा उत्पन्न हुई.
इसके बाद छात्रों को ट्रैफिक पुलिस ने हिरासत में ले लिया और बाद में त्रिपुरा पुलिस (Tripura Police) के हवाले कर दिया. छात्रों ने ट्रैफिक कांस्टेबल किशोर बानिक और दो और के खिलाफ FIR दर्ज कराई है. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब के काफिले के गुजर जाने के बाद पुलिस उन्हें यातायात इकाई में ले गई और एक सुनसान कमरे में उनके साथ बेरहमी से मारपीट की. मारपीट के बाद घायल अवस्था में ही उन्हें काफी वक्त तक हिरासत में रखा गया.
वाहन में थी तकनीकी खराबी- देबबर्मा
हालांकि देबबर्मा ने कहा कि इस घटना के दौरान मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब (Chief Minister Biplab Kumar Deb) का काफिला वहां से गुजर रहा था. छात्र अपने वाहन में तकनीकी खराबी के कारण पुलिस के निर्देशों का पालन नहीं कर सके. जिसके बाद में अधिकारी किशोर बानिक के नेतृत्व में एक ट्रैफिक पुलिस टीम ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
सौजन्य : Tv9 hindi
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