मिडिल हेड का आराेप- शिक्षक गुरुदत उसे जातिसूचक शब्द बोलता है, धमकी देता
गांव बंदराना के मिडिल हेड ने अपने ही स्कूल शिक्षक के खिलाफ अनुसूचित जाति अधिनियम व जान से मारने की धमकी देने की धाराओं के तहत केस दर्ज करवाया है। मिडल हेड का आरोप है कि शिक्षक उसे जान से मारने की धमकी देता है और जातिसूचक शब्द बोलता है। गांव बंदराना के सरकारी स्कूल के मिडिल हेड चंद्रमोहन ने ढांड थाना पुलिस को शिकायत देकर आरोप लगाया कि वह अनुसूचित जाति से संबंध रखता है। वह हरियाणा अनुसूचित जाति राजकीय अध्यापक संघ का राज्य महासचिव भी है। गुरु दत्त शर्मा नाम का शिक्षक वर्ष 2019 से इस स्कूल में कार्यरत है और गांव बंदराना का ही रहने वाला है।
मिडिल हेड का आरोप है कि जब से वह स्कूल में आया है, गुरुदत्त शर्मा उसे और स्कूल के कार्य को बाधित करता रहा है। इस बारे में वह शिक्षा विभाग के अधिकारियों को कई बार लिख चुका है, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। 27 अगस्त 2021 को गुरुदत्त शर्मा ने स्कूल के अध्यापकों के व्हाट्सएप ग्रुप में स्कूल टाइम के बाद धमकी दी और आपत्तिजनक शब्द बोले। आरोपी गांव में भी इसी प्रकार का व्यवहार रखता है और बच्चों व माता-पिता को हीन भावना से देखता है।
इस बारे में कई बार अधिकारियों को शिकायत की जा चुकी है, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। आरोपी ने गलत हाजिरी लगाई तो उसने मिडिल हेड होने के नाते इस बारे में पूछा तो वह भड़क गया और बच्चों के सामने जोर-जोर से बोलने लगा। आरोपी ने कहा कि तुमने मेरा भुगतान रोक रखा हैं जबकि भुगतान रोकने का मामला उच्च न्यायालय में चला हुआ है।
आरोपी को कोई भी स्कूल का कार्य करने को बोलो तो वह नहीं करता। मिडिल हेड का आराेप है कि गुरुदत्त शर्मा ने बीते 2 साल से अपनी वार्षिक रिपोर्ट उससे सिर्फ इसलिए नहीं लिखवाई क्योंकि वह अनुसूचित जाति से संबंध रखता है। आरोपी दोपहर के समय स्कूल से बिना बताए चला गया। उससे इस बारे में लिखित में पूछा गया। स्कूल का स्वीपर रजिस्टर लेकर गया तो उसने आदेश पुस्तिका का पेज फाड़ दिया और रजिस्टर फेंक कर मारा।
आरोपी जातिगत भेदभाव के कारण ऐसा करता है और रास्ता रोककर उसे जान से मारने की धमकी देता है। ढांड थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एससी एसटी एक्ट व जान से मारने की धमकी देने की धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया। डीएसपी रविंद्र सिंह सांगवान द्वारा मामले की जांच की जा रही है। वहीं इस बारे में जिला शिक्षा अधिकारी अनिल शर्मा से बात की गई ताे उन्हाेंने कहा कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है।
सौजन्य : Dainik bhaskar
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