छतरपुर बीडीओ के खिलाफ थाना में दलित महिला ने की शिकायत
Chaterpur (Palamu) : अपनी हरकतों से हमेशा सुर्खियों में रहने वाले छत्तरपुर प्रखंड के विकास पदाधिकारी अशोक कुमार के विरुद्ध कंचनपुर की दलित महिला मंजू देवी ने एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करने के लिए छतरपुर थाना में आवेदन दिया है.
हालांकि छतरपुर थाना ने आवेदन लेने से मना कर दिया है. मंजू देवी ने लिखित रूप से बताया कि प्रधानमंत्री आवास (ग्रामीण) की सूची में उनके पति नगीना राम के नाम आवास आवंटित हुआ था, जिस पर पंचायत के स्वयंसेवक कमलेश यादव व दीपक यादव ने मुझसे दस हज़ार रुपया रिश्वत के रूप में मांग की थी. हालांकि पैसे दिए जाने से इनकार के बाद उनलोगों के द्वारा आवास सूची से मेरे पति का नाम कटवा दिया. जवकि पंचायत में कई लोग हैं जिनके पास कई जगह पक्का मकान और चारपहिया वाहन हैं. उन्हें आवास मिला है. इसकी शिकायत बीडीओ से की तो उन्होंने इसे आम बात कह कर टाल दिया.
महिला का आराेप, मेरे खिलाफ जातिसूचक गाली दी
उन्होंने बताया कि उन्होंने इसकी शिकायत पलामू उपायुक्त से की. इसी आलोक में शनिवार को बीडीओ उल्टा मेरे ही आवास जांच करने आये . उनसे अयोग्य लाभुकों को मिले आवास की जांच करने की बात कही, तो वे मुझ पर बिफर पड़े और कहा कि नेतागिरी करती हो. मेरे खिलाफ जातिसूचक गाली दी. कहा कि डीसी के पास जाती हो, आवास चाहिए तो मेरे आवास पर आओ. आवेदन में पीड़िता ने लिखा है कि वह आंगनबाड़ी में सहायिका के पद पर कार्यरत है. बीडीओ के डर से व समाज मे लोक-लाज के कारण इस बात को किसी से नहीं कही. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और पुलिस इसकी जांच करे.
महिला का पहले से पक्का मकान है : बीडीओ अशोक कुमार
बीडीओ अशोक कुमार ने इस बाबत पूछे जाने पर कहा कि उपायुक्त के द्वारा जांच का आदेश के बाद वे जांच के लिए गए थे, जहां उक्त महिला मुझ पर बिफर पड़ी. महिला ने जांच करने के दौरान मेरे साथ बदतमीजी करते हुए कहा कि जूता का माला पहना कर गांव में घूमा कर यहां से विदाई कर दूंगी. महिला का पहले से पक्का मकान है और दबाव बनाकर प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लेना चाह रही है.
सौजन्य: lagatar
नोट : यह समाचार मूलरूप से lagatar.in में प्रकाशित हुआ है. मानवाधिकारों के प्रति संवेदनशीलता व जागरूकता के उद्देश्य से प्रकाशित किया गया है !