उड़ीसा के मजदूर का संदिग्ध परिस्थितियों में मिला शव
अंबेडकरनगर: ईट-भट्ठे पर परिवार के साथ काम कर रहे उड़ीसा प्रांत के मजदूर का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला। पुलिस ने मौके पर जांच पड़ताल की। घटना इब्राहिमपुर थाने से जुड़ी है।
उड़ीसा के नयापारा जिले का मजदूर नित्याराम अवसानपुर गांव स्थित बच्चाराम के ईट-भट्ठे पर परिवार के साथ मजदूरी करने दीपावली से पहले आया था। वह अपनी पत्नी सुशीला, पुत्र रामसेवक के साथ भट्ठे पर मजदूरी कर रहा था। गुरुवार सुबह नित्याराम का शव पेड़ के नीचे संदिग्ध परिस्थितियों में देखा गया। अन्य मजदूरों द्वारा पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या किए जाने की बात कही जा रही है। वहीं, शव पेड़ से कुछ दूर होने से हत्या की आशंका व्यक्त की जा रही है। सीओ संतोष कुमार ने बताया कि पारिवारिक कलह का मामला सामने आया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट हो जाएगा।
मालीपुर: जलालपुर कोतवाली के गुआपाकड़ बाजार की गीता की शादी जौनपुर जिले में हुई थी, लेकिन पति के मृत्यु के बाद वह मायके और ससुराल में बारी-बारी से रहकर जीवनयापन करती थी। गुरुवार दोपहर यहां घर के सामने कुएं में सांप देखने गई, तभी अचानक गिर गई।
कोतवाल दुर्गेश मिश्र घटनास्थल पहुंचे और उन्होंने ग्रामीणों की मदद से कुएं में रस्सी व कांटा डालकर महिला को ढूंढने की कोशिश की। घंटों बाद महिला का शव निकाला गया। मृतका के पास सिर्फ एक बच्चा है। इस घटना से परिवार व गांव में कोहराम मचा है।
घायल मजदूर की इलाज के अभाव में मौत, आरोपित गिरफ्तार
अंबेडकरनगर: मजदूरी के विवाद में 27 दिन पहले हुई मारपीट की घटना में गंभीर रूप से घायल मजदूर की बुधवार रात्रि इलाज के अभाव में मौत हो गई। घटना में शामिल दोनों आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मामला कोतवाली टांडा के रामपुर कलां (डड़वा) का है।
गत 15 अक्टूबर की शाम मजदूरी का 600 रुपये बकाया मांगने पर हुए विवाद में ननिहाल में रह रहे पन्नालाल निवासी ग्राम मजीसा थाना सम्मनपुर को सुधाकर ने संजय वर्मा की मौजूदगी में मारापीटा था। पन्नालाल के सिर में गंभीर चोट आई थी। उसे सीएचसी टांडा से जिला अस्पताल भेजा गया। यहां से भी डाक्टरों ने लखनऊ भेज दिया। वहां सिर का आपरेशन हुआ। धनाभाव के कारण परिवारजन घर लेकर चले आए। बुधवार रात्रि में उसकी मौत हो गई।
मजीसा निवासी पिता रामराज की तहरीर पर टांडा कोतवाली में गत एक नवंबर को गैरइरादतन हत्या का प्रयास व दलित उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कर विवेचना सीओ टांडा को सौंपी गई थी। आरोप था कि पन्नालाल से गांव के सुधाकर व संजय वर्मा मजदूरी कराते थे। 600 रुपया बकाया था। इसे मांगने पर मारापीटा, इससे वह कोमा में चला गया। पन्नालाल की मौत के बाद दर्ज मुकदमे में गैरइरादतन हत्या की धारा बढ़ाकर पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पन्नालाल की मौत से एक दिन पूर्व उसकी पत्नी हेमलता का भी निधन पैदाइश के समय हो गया था। कोतवाल विजेंद्र शर्मा ने बताया कि सुधाकर व संजय को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया है।
सौजन्य: dainik jagran
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