ईसाई धर्म अपनाने से किया इनकार, दलित व्यक्ति को पत्नी के भाई ने बुरी तरह से पीटा
केरल के तिरुवनंतपुरम जिले में ईसाई धर्म न अपनाने पर एक दलित व्यक्ति की उसकी पत्नी के भाई ने कथित तौर पर पिटाई की जिसके बाद उसे गंभीर रूप से घायल हालत में यहां के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने कहा कि घटना महिला द्वारा अपना घर छोड़ने और अपने प्रेमी से अपने परिवार की इच्छा के खिलाफ जाकर शादी करने के दो दिन बाद हुई.
पीड़ित की मां ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की. पुलिस ने आरोप का खंडन किया है और कहा कि अनुसूचित जाति और जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत प्राथमिकी उसी दिन दर्ज की गई थी जिस दिन शिकायत प्राप्त हुई थी. यह घटना टीवी चैनलों द्वारा उस व्यक्ति पर उसकी पत्नी के भाई द्वारा हिंसक हमले के सीसीटीवी दृश्यों को प्रसारित करने के बाद प्रकाश में आई, जब कथित तौर पर उन्हें चिरायिनकीझु में स्थित निवास पर आमंत्रित किया गया ताकि व्यक्ति को अपना धर्म बदलने के लिए राजी किया जा सके.
पुलिस ने बताया कि घटना के बाद से फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए जांच शुरू कर दी गई है. चिरायिनकीझु पुलिस थाने के एक अधिकारी के अनुसार, जहां शिकायत दर्ज की गई थी – प्रारंभिक जांच से पता चला है कि पति की ओर से किसी ने कथित तौर पर पत्नी की मां से उसके आवास पर अनुचित तरीके से बात की जिससे यह घटना हुई. पुलिस ने कहा कि महिला का भाई, एक डॉक्टर जो एर्नाकुलम में एक अस्पताल चलाता है, फरार है और तमिलनाडु में उसके द्वारा मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने का पता चला है.
‘धर्मांतरण रोकने का कानून बनाए केरल सरकार’
अभी कुछ दिन पहले ही बीजेपी ने केरल में वाम सरकार से राज्य में विवाह के नाम पर धर्मपरिवर्तन रोकने के लिए एक कानून बनाने का आग्रह किया. बीजेपी ने साथ ही आरोप लगाया कि विवाह के नाम पर धर्मांतरण का ‘उद्देश्य आतंकी गतिविधियों के लिए भर्ती करना है.’ बीजेपी के वरिष्ठ नेता एवं प्रदेश महासचिव जॉर्ज कुरियन ने कहा कि बीजेपी ‘लव मैरेज’ के खिलाफ नहीं है लेकिन वह धर्मपरिवर्तन के लिए प्रेम संबंध का विरोध करती है.
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रेम का दिखावा करने के बाद धर्मपरिवर्तन के माध्यम से राज्य की लड़कियों की भर्ती अफगानिस्तान एवं सीरिया में आतंकवादी गतविधियों के लिए हुई है. उन्होंने कहा कि यह धर्मपरिवर्तन इस्लाम के लिए नहीं बल्कि विध्वंस के लिए था. कुरियन ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘सख्त कानून के माध्यम से ही ‘लव जिहाद’ को जड़ से समाप्त किया जा सकता है. इसलिअ, राज्य सरकार को आतंकवादी गतिविधियों के उद्देश्य से भर्ती करने के मकसद से विवाह के नाम पर धर्मपरिवर्तन रोकने के लिए एक कानून लाना चाहिए.’’
साभार : टीवी 9
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