जारी की आदिवासी युवती ने दिल्ली में फांसी लगाकर की आत्महत्या, शव लाने के लिए परिजनों के पास पैसा नहीं
गुमला : जारी थाना की मेराल पंचायत स्थित पुलुंग गांव की 18 वर्षीय प्रीति तिर्की ने दिल्ली के रजौरी गार्डन इलाके के एक घर में बीती रात्रि को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पोस्टमार्टम के बाद प्रीति का शव दिल्ली के एक अस्पताल में पड़ा हुआ है. परंतु गरीबी के कारण परिजनों के पास दिल्ली जाकर प्रीति का शव लाने के लिए पैसा नहीं है.
जानकारी के अनुसार प्रीति तिर्की जिस घर में विगत छह माह से खाना बनाने का काम करती थी. उसी घर में आत्महत्या की है. मृतका की दो बड़ी बहन व मां पुष्पा तिर्की दिल्ली की दूसरी जगह में खाना बनाने का कार्य करती हैं. मृतका के पिता रोबोट मिंज ने बताया कि मंगलवार को मेरी बेटी से रात के 12 बजे तक बात हुई थी.
सवेरे मेरी दूसरी बेटी जो, दिल्ली में रहती है. उसने मुझे फोन पर बताया कि प्रीति ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. दूरभाष पर मृतका की मां पुष्पा तिर्की ने बताया कि हम सभी 2018 से ही दिल्ली में रह कर काम करते थे. लेकिन छह माह पूर्व मेरी बेटी प्रीति तिर्की दूसरे घर में रह कर खाना बनाने का काम कर रही थी.
रोजाना उससे फोन पर बात होती थी. लेकिन कभी किसी बात को लेकर मुझे कुछ नहीं बतायी. रात को ही फांसी लगायी है और अभी तक उसका पोस्टमार्टम तक नहीं कराया गया है. हम लोग अपनी बेटी का अंतिम संस्कार अपने पैतृक गांव पुलुंग में करना चाहते हैं और हम लोगों के पास इतना पैसा नहीं है कि अपनी बेटी के शव को एंबुलेंस में अपने गांव ले जा सके. उन्होंने सरकार से मदद की गुहार लगायी है.
साभार : प्रभात ख़बर
नोट : यह समाचार मूलरूप से www.prabhatkhabar.com में प्रकाशित हुआ है. मानवाधिकारों के प्रति संवेदनशीलता व जागरूकता के उद्देश्य से प्रकाशित किया गया है !