बेटी के बाल काटने वाले पिता सहित 4 पर एफआईआर
बैतूल, 30 अक्टूबर (हि.स.)। एक दलित युवक के साथ एक पिछड़ा वर्ग की युवती द्वारा प्रेम विवाह कर लेने से युवती के पिता सहित परिजनों को इतना गुस्सा आया कि उन्होंने बेटी का शुद्धिकरण के नाम पर नर्मदा नदी में स्नान आदि कराकर उसके बाल तक कटवा दिए थे। इस क्रूरता के खिलाफ बेटी अपने पति के साथ पुलिस अधीक्षक सिमाला प्रसाद से शुक्रवार को मिली और परिजनों द्वारा की गई क्रूरता बयां की थी। इस मामले में एसपी सिमाला प्रसाद ने कार्यवाही किए जाने का आश्वासन दिया था। ठीक एक दिन युवती के पिता सहित चार लोगों पर कोतवाली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर डायरी चोपना थाने में भेज दी है।
पिता सहित तीन रिश्तेदारों पर मामला दर्ज
कोतवाली बैतूल टीआई रत्नाकर हिंगवे ने बताया कि इस मामले में धीरज, राधेश्याम, महेश एवं मधु उर्फ मदन के तहत धारा 506, 504, 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। प्रकरण की केस डायरी चोपना भेजी जा रही है। उल्लेखनीय है कि कल प्रेम विवाह करने वाली युवती एसपी सिमाला प्रसाद से शिकायत की थी कि उसने अपनी मर्जी से टिकारी बैतूल निवासी अमित अहिरवार (27) से 11 मार्च 2020 को आर्य समाज बैतूल में प्रेम विवाह किया है। विवाह के पश्चात से ही मेरे परिवार के सदस्य मुझे जान से मारने की धमकी दे रहे है। मेरे पिता ने पहले गुमशुदगी की रिपोर्ट 10 जनवरी 2021 को चोपना थाने में दर्ज करवाई।
युवती ने जताया था जान का खतरा
पुलिस अधीक्षक सिमाला प्रसाद से मिलने के दौरान युवती ने उसे और उसके पति को पिता और परिजनों से जान का खतरा होने का बताया था। हालांकि इस मामले में एसपी सिमाला प्रसाद द्वारा दोनों को सुरक्षित रूप से घर जाने की सलाह देते हुए कार्यवाही किए जाने का भी आश्वासन दिया था। एसपी से मिले आश्वासन के बाद दोनों नवदम्पत्ति शुक्रवार को अपने घर चले गए थे। ठीक इसके चंद घंटों बाद ही एसपी के निर्देश पर कोतवाली थाने में युवती के पिता सहित चार लोगों पर मामला दर्ज हो गया है।
पुलिस ने कराए थे कोरे कागज पर दस्खत
इस पर चोपना पुलिस बैतूल से मुझे बिना किसी आदेश के मेरी इच्छा के विरुद्ध चोपना थाने में बयान करवाने की बात कह कर ले गई तथा चोपना थाने के बाहर कोरे कागज पर हस्ताक्षर करवा लिए। उसके पश्चात मुझे मेरे पिताजी के घर छोड़ दिया। मैं 12 फरवरी 2021 को नर्सिंग की ट्रेनिंग हेतु राजगढ़ गई थी। रक्षाबंधन पर मेरे पिता मुझे राजगढ़ लेने 18 अगस्त 2021 को आए और जबरदस्ती इंदौर लेकर आए। वहां से 19 अगस्त 2021 को होशंगाबाद लेकर आए।
क्रूरतापूर्व कराया था शुद्धिकरण
युवती ने बताया कि नर्मदा नदी पर सेनाठी घाट ले जाकर वहां पर मेरे पिताजी एवं अन्य तीन लोगों ने मुझे कहा कि इसने दलित समाज के युवक से शादी की है। इसलिए इसकी पूजा पाठ कर शुद्धिकरण कराना पड़ेगा। उन्होंने मुझे मेरी इच्छा के विरुद्ध आधे वस्त्रों में नहलाया फिर जूठी पूड़ी खिलवाई तथा मेरी इच्छा के विरुद्ध मेरी चोटी के बाल काटे। जो कपड़े मैंने पहने थे, उन्हें वहीं पर सेठानी घाट पर फिंकवाए। उक्त घटना का विरोध करने पर मारपीट भी की। हम दोनों खुशी से अपने जीवन का निर्वहन करने के लिए तैयार हैं परंतु मेरे परिवार के सदस्य निरंतर मुझे तथा अमित के परिवार को डरा धमका रहे हैं।
साभार : दून हरिजन
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