Elgar Parishad : नवलखा को तलोजा जेल के ‘अंडा सेल’ में शिफ्ट किया गया, सहबा हुसैन का दावा- ‘गौतम की तबियत और बिगड़ी’
Elgar Parishad Case : हुसैन ने एक बयान में दावा किया कि नवलखा को 12 अक्टूबर को नियमित बैरक से अंडा सर्कल में स्थानांतरित कर दिया गया था। Elgar Parishad Case : एल्गार परिषद-माओवादी संबंध (Elgar Parishad Case) मामले में गिरफ्तार गौतम नवलखा (Gautam Naulakha) को नवी मुंबई स्थित तलोजा जेल के ‘अंडा सेल’ यानी उच्च सुरक्षा बैरक में भेज दिया गया है।
समाचार एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के अनुसार, नवलखा की साथी सहबा हुसैन ने रविवार, 24 अक्टूबर 2021 को यह बात कही। उसने यह भी दावा किया कि इस वजह से 70 वर्षीय नवलखा की पहले से ही खराब तबीयत और बिगड़ गई है। हुसैन (Sahna Husain) ने एक बयान में दावा किया कि नवलखा को 12 अक्टूबर को नियमित बैरक से अंडा सर्कल (Anda Circle) में स्थानांतरित कर दिया गया था। हुसैन ने कहा कि नवलखा को उनके विचारों के लिए कब तक सताया जाएगा और अधिकारी उनकी विचारधारा को तोड़ने के लिए किस हद तक जाएंगे।
हुसैन ने कहा, ”अंडा सर्कल में वह जेल के हरियाली वाले क्षेत्र में सैर करने और ताजी हवा से वंचित हैं और उनका स्वास्थ्य और खराब हो गया है। इस समय उन्हें विशेष चिकित्सा देखभाल की बहुत अधिक आवश्यकता है।” बता दें कि गौतम नवलखा को एल्गार परिषद-माओवादी संबंध मामले में 28 अगस्त 2018 को गिरफ्तार किया गया था। नवलखा को शुरुआत में घर में नजरबंद रखा गया और बाद में नवी मुंबई स्थित तलोजा जेल में न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। यह मामला 31 दिसंबर, 2017 को पुणे में आयोजित एल्गार परिषद के सम्मेलन में दिए गए कथित भड़काऊ भाषणों से संबंधित है, जिसके बारे में पुलिस ने दावा किया कि इससे शहर के बाहरी इलाके में स्थित कोरेगांव-भीमा युद्ध स्मारक के पास अगले दिन हिंसा भड़की। इस मामले में गिरफ्तार लोगों में आनन्द तेलतुम्बड़े, सुधा भारद्वाज, सोमा सेन, अरुण फरेरा, वेरनॉन गोंजाल्विस, सुधीर धावले, वरवरा राव, रोना विल्सन, गौतम नवलखा और फादर स्टेन स्वामी आदि शामिल थे।
सौजन्य : जनज्वार
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