Lakhimpur Kheri : किसान नरसंहार में आरोपी के वायरल वीडियो से हुआ बड़ा खुलासा, मंत्री पुत्र आशीष टेनी खुद चला रहे थे थार
Lakhimpur Kheri : वीडियो में घटना का आरोपी कबूल कर रहा है कि वह पीछे वाली गाड़ी में बैठे थे। जबकि आगे चल रही थार को भैया यानी आशीष मिश्रा टेनी चला रहे थे|
लखीमपुर के किसान नरसंहार में आज घटना के बाद का वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में बड़ा खुलासा करता हुआ खुद आरोपी बता रहा है कि भैया यानी मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र टेनी खुद थार गाड़ी चला रहे थे। उन्हीं ने किसानों पर जीप चढ़ाई थी और फिर भाग गये थे। तेजी से वायरल हो रहे इस वीडियो में घटना का आरोपी कबूल कर रहा है कि वह पीछे वाली गाड़ी में बैठे थे। जबकि आगे चल रही थार को भैया यानी आशीष मिश्रा टेनी चला रहे थे। आरोपी जो बातें कह रहा है वह सामने खड़े एक इंस्पेक्टर के पूछने पर बता रहा है। महज सात सेकंड के इस वीडियो में घटना का पूरा सार छुपा है।
गौरतलब है कि पूरा का पूरा गोदी मीडिया आरोपी गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी सहित उसके कथित हत्यारे बेटे आशीष मिश्रा को बचाने की जुगत में लग गया है। एंगल दर एंगल तमाम बातें निकाली जा रही हैं। जबकी मंत्री और उसका बेटा भी घटनास्थल से दूर एक दंगल के कार्यक्रम में होने की बात कर रहा है। लखीमपुर खीरी हिंसा में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा का नाम आने के बाद बवाल मचा हुआ है। इस बीच अजय मिश्रा की हिस्ट्री खंगाली जा रही। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा कभी लखीमपुर के तिकुनिया थाने के हिस्ट्रीशीटर रहे हैं। हालांकि हाई कोर्ट के आदेश के बाद अजय मिश्रा की हिस्ट्री शीट को खारिज कर दिया गया है। बताते चलें कि, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा पर हत्या, मारपीट, धमकी देने जैसी तमाम संगीन घटनाओं में 4 मुकदमे दर्ज किए गए थे। दो मुकदमों में अजय मिश्रा का बेटा आशीष मिश्रा उर्फ मोनू भी नामजद रहा है। दरअसल, 25 सितंबर को वायरल एक वीडियो में अजय मिश्रा ने कहा था कि विधायक और सांसद बनने से पहले मैं क्या था। उन्होने किसानों को दो मिनट में ठीक कर देने की बात कही थी, जिसके बाद यह पूरा तमाशा खड़ा हुआ।
सौजन्य : जनज्वार
नोट : यह समाचार मूलरूप सेhttps://janjwar.com/national/lakhimpur-kheri-a-big-disclosure-was-made-by-the-viral-video-of-the-accused-in-the-farmer-massacre-said-the-ministers-son-ashish-teni-was-driving-the-thar-himself-up-77 में प्रकाशित हुआ है. मानवाधिकारों के प्रति संवेदनशीलता व जागरूकता के उद्देश्य से प्रकाशित किया गया है|