10 दिन बाद सुनील का होगा अंतिम संस्कार, दलित समुदाय और सरकार में बनी सहमति
जींद: बीते दिनों बेसहारा पशु पकड़ते समय बाइक की टक्कर लगने से मरने वाले सुनील का कई दिनों बाद आज अंतिम संस्कार किया जायेगा। दरअसल हरियाणा सरकार और दलित समुदाय के बीच सुनील की मौत को लेकर पिछले 10 दिन से चल रहा गतिरोध अब समाप्त हो गया है। दलित समुदाय के लोग लघु सचिवालय के बाहर पिछले 10 दिन से दिन रात धरने पर बैठे थे। अब इस मामले में सहमति से सरकार ने राहत की सांस ली है।
क्या है पूरा मामला
बीते 11 सितंबर की रात को सुनील और उसके कुछ साथी मिनी सचिवालय के सामने गोहाना रोड पर बैठे गोवंशों को पकड़ रहे थे। उसी दौरान जींद की डिफेंस कॉलोनी में रहने वाला यश नामक युवक बाइक पर वहां से निकल रहा था। गोवंश को पकड़ते हुए सुनील उसकी मोटरसाइकिल की चपेट में आ गया। बाइक की सीधी टक्कर लगने से सुनील की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे में यश को भी गंभीर चोटें आईं। एक्सीडेंट के बाद अन्य कर्मचारियों ने दोनों को संभाला और अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने सुनील को मृत घोषित कर दिया।
क्या थी परिवार की मांगे
मृतक सुनील के परिजनों का कहना है कि मृतक की एक बेटी है, जो सिर्फ एक साल की है। अब युवक के परिवार के सामने रोटी का संकट है। ऐसे में उसके परिवार को 20 लाख रुपए का मुआवजा और उसकी पत्नी को डीसी रेट पर नौकरी दी जाए। साथ ही आरोपी बाइक चालक के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।
कैसे बनी सहमति
पिछले दिनों किसानों ने इस मामले में दलितों को समर्थन दिया था और प्रदेश सरकार को इस मामले के निपटारे क् लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम
दिया हुआ था। जिसके बाद प्रशासन ने फिर एक बार पीड़ित परिवार से बात की और इस बीच दोनों के बीच सहमति बन गई। जींद नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी सुशील शर्मा ने बताया कि सुनील की पत्नी को आउटसोर्सिंग पार्ट-1 के तहत धारा 12/3 के तहत नौकरी दी जायेगी। पीड़ित परिवार की 3 लाख रूपये की नगद और सभी स्कीम मिलाकर करीब 40 लाख रूपये की और आर्थिक मदद की जायेगी।
सहमति के बाद आज होगा अंतिम संस्कार
दलित समुदाय के नेता देवीदास बताते हैं कि सरकार के साथ अब हमारा समझौता हो गया है जिसको लेकर हमारा दलित समुदाय अब पूरी तरह संतुष्ट है। प्रदेश सरकार ने हमारी सभी मांगों को मान लिया है। अब हम गांव जाकर सुनील का अंतिम संस्कार करेंगे।
सौजन्य: हरियाणा एक्सप्रेस
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