हरियाणा: करनाल में किसानों की महापंचायत आज-इंटरनेट बंद, 40 कंपनियां तैनात
किसानों और करनाल प्रशासन के बीच हुई बातचीत में नहीं निकला कोई हल
हरियाणा के करनाल (Karnal) में किसानों पर हुए लाठीचार्ज का मामला शांत होता नहीं दिख रहा है. किसानों ने खट्टर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. मंगलवार 7 सितंबर को होने वाली किसानों की पंचायत को लेकर प्रशासन से बातचीत पूरी तरह फेल हो गई. जिसके बाद किसानों ने ऐलान किया है कि वो पहले से तय कार्यक्रम के मुताबिक अपनी पंचायत करेंगे और मिनी सचिवालय का घेराव होगा.
डीएम की दो टूक- हमारे अधिकारियों पर कोई एक्शन नहीं होगा
वहीं किसानों के अलावा करनाल के डीएम ने भी साफ कर दिया है कि वो हाईवे और सचिवालय को किसी भी तरह जाम नहीं होने देंगे. इसके लिए पूरी तैयारियां कर ली गई हैं. यानी एक बार फिर हरियाणा में किसानों और पुलिस प्रशासन के बीच तीखी झड़प नजर आ सकती है. डीएम ने 7 सितंबर को होने वाली किसान पंचायत पर कहा,
“किसानों ने महापंचायत बुलाई है, जिसे देखते हुए करनाल जिले में 6 सितंबर दोपहर 12:30 से लेकर 7 सितंबर देर रात तक इंटरनेट को बंद करने का फैसला लिया गया है. जिससे कानून-व्यवस्था बरकरार रहे. मेरी लोगों से अपील है कि अगर जरूरी न हो तो एनएच का इस्तेमाल करने से बचें. हम हाईवे और सचिवालय पर जाम नहीं लगने देंगे.”
किसानों के साथ हुई बातचीत को लेकर डीएम करनाल ने कहा कि, हमारी किसानों के साथ महापंचायत को लेकर बातचीत हुई. लेकिन जो उनकी मांगें थीं, वो पूरी नहीं की जा सकती थीं. डीएम ने कहा कि, कानून तोड़ने वालों को कोई भी मुआवजा नहीं मिलेगा और हमारे किसी भी अधिकारी पर कोई एक्शन नहीं लिया जाएगा.
बता दें कि किसानों पर हुए लाठीचार्ज के बाद किसान नेताओं की मांग है कि, हरियाणा सरकार सबसे पहले सिर फोड़ने का आदेश देने वाले एसडीएम को बर्खास्त करे, साथ ही पुलिसकर्मियों पर भी एक्शन लिया जाए. इसके अलावा किसान लाठीचार्ज में घायल हुए अपने साथियों के लिए मुआवजे की मांग कर रहे हैं.
किसानों ने कहा- लाठीचार्ज के खिलाफ प्रदर्शन रहेगा जारी
उधर किसानों ने भी हरियाणा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन की पूरी तैयारी कर ली है. किसानों का कहना है कि, लाठीचार्ज के खिलाफ उनका प्रदर्शन ऐसे ही लगातार जारी रहेगा. हरियाणा भारतीय किसान यूनियन के चीफ गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने किसान महापंचायत को लेकर कहा,
“करनाल प्रशासन के साथ हुई बातचीत में कोई हल नहीं निकला. जिसके बाद अब हम अपनी पंचायत का आयोजन करेंगे. हमारी ये महापंचायत 28 अगस्त को करनाल में किसानों पर हुए लाठीचार्ज के खिलाफ है.”
सीसीटीवी, वाटर कैनन और धारा-144 लागू
पुलिस ने किसानों की इस महापंचायत को लेकर पूरे जिले में धारा 144 लगाने का ऐलान किया है. साथ ही सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों से किसानों पर नजर रखी जाएगी. करनाल के एसपी के मुताबिक, कुल 40 कंपनियों की फोर्स को तैनात किया गया है. जिनमें से 10 कंपनियों पैरा मिलिट्री और बाकी की सीएपीएफ और बीएसएफ से हैं. इसके अलावा 5 एसपी और 25 डीएसपी रैंक के अधिकारी भी मौके पर तैनात होंगे. वाटर कैनन, दंगा निरोधक दस्ता, ड्रोन और वीडियोग्राफर भी मौजूद रहेंगे.
7 सितंबर को होने वाली महापंचायत पर हरियाणा सरकार के गृहमंत्री अनिल विज ने भी बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि, किसानों को लाठीचार्ज के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने दिया जाए. हमने सभी तैयारियां कर ली हैं. कुछ रूट्स को भी डायवर्ट किया गया है. साथ ही पर्याप्त मात्रा में फोर्स की तैनाती है.
करनाल में हुआ था जमकर लाठीचार्ज
बीजेपी के बड़े नेताओं की बैठक का विरोध करने सड़कों पर उतरे किसानों पर 28 अगस्त को जमकर लाठीचार्ज हुआ था. करनाल में अलग-अलग जगहों से लाठीचार्ज की खबरें सामने आईं. साथ ही करनाल एसडीएम का एक वीडियो भी सामने आया, जिसमें वो पुलिस को ये आदेश देते हुए दिख रहे थे कि जो भी यहां से गुजरे उसका सिर फूटा होना चाहिए. इसके बाद कई किसानों की लहूलुहान तस्वीरें सामने आईं|
सौजन्य : द क्विंट
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