शव यात्रा रोकी तो दलित परिवार ने ग्राम पंचायत कार्यालय के सामने किया अंतिम संस्कार
इस मामले में 13 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, जिसमें 7 दलित परिवार के लोग भी शामिल हैं. उन पर कोरोना नियमों की अनदेखी करते हुए अंतिम संस्कार करने के लिए केस दर्ज हुआ है.
महाराष्ट्र के सोलापुर जिले से शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. यहां एक दलित परिवार को कथित तौर पर उच्च जाति के लोगों द्वारा अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया गया. इससे भी ज्यादा चौंकाने वाली बात ये रही कि स्थानीय पुलिस ने भी शव यात्रा निकालने से रोक दिया था. इससे नाराज परिजनों ने ग्राम पंचायत कार्यालय के सामने दाह संस्कार कर दिया.
घटना शनिवार को मलशीरस तहसील के मालेवाड़ी गांव की है. जानकारी के अनुसार, ग्राम सरपंच दशरथ साठे के भाई धनाजी साठे का शनिवार तड़के निधन हो गया था. दशरथ का उच्च जाति के कुछ ग्रामीणों के साथ लंबे वक्त से विवाद चल रहा है. दशरथ ने आरोप लगाया कि विरोधियों द्वारा पार्थिव शरीर को श्मशान ले जाने से रोका गया था.
दशरथ साठे ने आरोप लगाया, “हमें गांव में खेतों से गुजरने से रोक दिया गया. यहां तक कि पुलिस के वाहन भी हमें रोकने के लिए खड़े थे. हम पुलिस के सामने निवेदन करते रहे, लेकिन उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया.”
लगभग पूरे दिन तकरार चलती रही. वायरल हुए एक वीडियो में मृतक के परिवार के सदस्य पुलिस से हाथ जोड़कर अनुरोध करते हुए दिखाई दे रहे हैं कि अंतिम संस्कार के लिए जाने दिया जाए. पुलिस शव को ले जा रहे वाहन की चाबी भी निकालती नजर आ रही है.
इस मामले में 13 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, जिसमें 7 दलित परिवार के लोग भी शामिल हैं. उन पर कोरोना नियमों की अनदेखी करते हुए अंतिम संस्कार करने के लिए केस दर्ज हुआ है. वहीं, सोलापुर के एसपी तेजस्वी सतपुते ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है.
सौजन्य: आज तक