समाज दिल्ली श्मशान घाट में बच्ची से दुष्कर्म के बाद हत्या मामले में कोर्ट पहुंचे परिजन, SIT जांच के लिए याचिका दाखिल
दिल्ली कैंट इलाके में श्मशान घाट में पानी लेने गयी 9 साल की बच्ची से कथित रेप के बाद जलाकर मार डालने की घटना हुआ था भारी विरोध, बच्ची की मां का रो-रोकर बुरा हाल पीड़ित बच्ची के परिजनों ने आरोप लगाया था कि बलात्कार आरोपी पंडित ने बच्ची के परिजनों को 20 हजार रुपया देकर उनका मुंह बंद कराने की भी कोशिश की थी, साथ ही यह भी दावा दावा किया था कि पंडित ने स्वीकारा था कि उसने बच्ची के साथ दुष्कर्म किया था|
इस माह की शुरुआत में 1 अगस्त को दिल्ली के कैंट इलाके में एक बच्ची के साथ श्मशाम घाट पर रेप के बाद हत्या का मामला सामने आया था। इस मामले में अब बच्ची के परिजनों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है और एसआईटी से जांच किये जाने की मांग को लेकर याचिका दाखिल की गयी है। दिल्ली कैंट के पास स्थित पुरानी नंगल गांव में श्मशान घाट के अंदर पानी लेने गयी 9 साल की दलित बच्ची के साथ पुजारी और उसके साथियों ने कथित रूप से बलात्कार किया और घटना का खुलासा होने के डर से जलाकर मार डाला। इतना ही नहीं बच्ची के मां-बाप की मर्जी के बिना उसका अंतिम संस्कार किये जाने का मामला भी सामने आया था। मृतक बच्ची के परिजनों की ओर से दाखिल की गयी याचिका में कहा गया है कि दिल्ली छावनी के पास पुरानी नंगल गांव में एक श्मशान के अंदर चार लोगों ने उनके बच्ची का बलात्कार करने के बाद उसकी हत्या कर दी थी। यह भी आरोप है कि साक्ष्य मिटाने के लिए हत्या के बाद बच्ची की लाश को मां-बाप की बिना इजाजत के जला दिया गया था। बाद में शिकायत के बाद पहुंची पुलिस ने जलती चिता से सिर्फ बच्ची के अधजले पैर पोस्टमार्टम के लिए निकाले थे।
याचिकाकर्ता की तरफ से अधिवक्ता जितेंद्र कुमार का कहना है कि उनके मुवक्किल समाज से गरीब वर्ग के हैं और पूरी तरह से निरक्षर हैं। याचिकाकर्ताओं के संज्ञान में आया है कि उनकी मृत बेटी के साथ दुष्कर्म करने के बाद आरोपियों ने उसकी हत्या कर दी गयी थी। याचिका में मांग की गयी है, “जब मृतक की मां अपनी बेटी की तलाश में श्मशान घाट पहुंची, तो उसे आरोपी व्यक्तियों ने बताया कि उसकी बेटी की मौत बिजली का करंट लगने से हुई है।बच्ची के हाथों पर चोटें थीं और उसकी नाक से खून बह रहा था, मगर आरोपियों ने मृतक के शरीर को बच्ची की मां को छूने नहीं दिया था। बच्ची के मां-बाप के रोने की आवाज सुनने के बाद वहां भीड़ इकट्ठा हो गयी और बच्ची की चिता में पानी डालकर उसके कुछ अधजले अंगों को सुरक्षित रखा गया। घटना के बाद पीड़ित बच्ची के परिजनों ने यह भी आरोप लगाया था कि बलात्कार आरोपी पंडित ने बच्ची के परिजनों को 20 हजार रुपया देकर उनका मुंह बंद कराने की भी कोशिश की थी। बच्ची के परिजनों ने दावा किया था कि पंडित ने माना था कि उसने बच्ची से अपने साथियों के साथ मिलकर दुष्कर्म किया था।
दिल्ली : श्मशान घाट पर 9 साल की दलित बच्ची से रेप के बाद पुजारी ने किया जबरन अंतिम संस्कार इस मामले में पुलिस की भूमिका भी सवालों के घेरे में आयी थी। परिजनों का कहना था कि पुलिस ने शुरुआत से ही मामले को रफा-दफा करने पर ध्यान केंद्रित किया। इतना ही नहीं, याचिकाकर्ताओं का यह भी आरोप है कि पुलिस ने रातभर उन्हें थाने में रखा, जहां उन्हें प्रताड़ित कर समझौते का दबाव बनाया गया। याचिका में बच्ची के माता-पिता ने इन तथ्यों को पेश करते हुए कहा कि उन्हें न्याय तभी मिलेगा जब मामले की जांच एसआईटी से हो और उन्हें पर्याप्त सुरक्षा दी जाये। गौरतलब है कि श्मशान घाट मेंं पानी लेने गयी बच्ची से दरिंदगी के बाद हत्या मामले में शुरुआत में पुलिस ने भी कहा था कि बच्ची के होंठ नीले पड़ गए थे और उसकी बाईं कलाई और कोहनी पर जलने के निशान थे, यानी पुलिस भी बच्ची की मौत करंट लगने से होने की तरफ इशारा कर रही थी।
साभार : जनज्वार